सोमवार, 18 अगस्त 2025

राष्ट्रीय शिक्षा नीति चरित्र निर्माण व व्यक्तित्व विकास में सहायक - उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल, शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के तत्वाधान में तीन दिवसीय कार्यशाला का किया शुभारंभ

भोपाल: उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि चरित्र निर्माण व व्यक्तित्व विकास में राष्ट्रीय शिक्षा नीति सहायक है। संस्कारित शिक्षा परोपकर का मार्ग प्रशस्ति करती है। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा में शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास नई दिल्ली के संयोजकत्व में आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ किया। 
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि हमारी सबसे बड़ी ताकत भारतीय ज्ञान परंपरा है जिसके पुनरूत्थान का कार्य करते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति में समावेश किया गया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में विकास कार्यों के साथ सांस्कृतिक व देशहित के महत्वपूर्ण कार्य किये गये हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में समग्र विकास के आयाम निर्धारित किये गये हैं जो चरित्र निर्माण में अपनी भूमिका निभायेंगे। उन्होंने कहा कि भारत विश्वगुरू बनने के मार्ग पर अग्रसर हैं। तीन दिवसीय कार्यशाला में नैतिक आधार के समावेश के साथ ही भारतीय ज्ञान परंपरा के गहन चिंतन का लाभ रीवा के छात्र व प्रबुद्धजन ले पायेंगे। 
शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के संयोजक अतुल कोठारी ने कहा कि नई शिक्षा नीति में भारतीय ज्ञान परंपरा एवं पंचकोष के सिद्धांत का समावेश किया गया है ताकि समग्र विकास संभव हो सके। जरूरत है कि छात्र इसका अध्ययन करें और अपनी भूमिका तय करें। उन्होंने कहा कि शिक्षा का मूल आधार एकाग्रता है। नवीन शिक्षा नीति में समग्र विकास के आयाम, निर्धारित किये गये हैं। कुलगुरू प्रो. राजेन्द्र कुमार कुड़रिया ने कहा कि राष्ट्रीय संस्कृति उत्थान न्यास शिक्षा बचाओ अभियान का नेतृत्व करता है। न्यास द्वारा विश्वविद्यालय में प्रथम आयोजन किया जा रहा है। समाज की आवश्यकता के अनुरूप कार्यशाला का लाभ विद्यार्थी व प्रबुद्धजन ले सकेंगे। कार्यशाला में स्मारिका एवं संकल्प पत्र का विमोचन किया गया। विधायक मनगवां इंजी. नरेन्द्र प्रजापति, ओम शर्मा, प्रो. सुनील तिवारी, कुल सचिव सुरेन्द्र सिंह परिहार, अजय तिवारी विश्वविद्यालय के प्राध्यापक, विद्यार्थी तथा प्रबुद्धजन उपस्थित रहे।

गांव का पानी गांव में, खेत का पानी खेत में और घर का पानी घर में ही संरक्षित करें, हरसूद और बलड़ी की जल समितियों के सम्मेलन में कलेक्टर श्री गुप्ता ने की अपील

खंडवा - वर्षा के जल की एक भी बूंद व्यर्थ ना बहने दें, बल्कि इस पानी का उपयोग रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के माध्यम से भूजल स्तर बढ़ाने के लिए किया जाए। वर्षा ऋतु में खेत का पानी खेत में, गांव का पानी गांव में और घर का पानी घर में ही संरक्षित करने के लिए सभी ग्रामीण मिलकर सामूहिक प्रयास करें। यह बात कलेक्टर श्री ऋषव गुप्ता ने हरसूद के मांगलिक भवन में आयोजित बलड़ी और हरसूद ब्लॉक की जल समितियों के विकासखंड स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में संबोधित करते हुए कही। इस अवसर पर नगर परिषद अध्यक्ष श्री मुकेश वर्मा, उपाध्यक्ष श्री द्वारका प्रसाद प्रजापति, जनपद अध्यक्ष हरसूद श्रीमती ममता सावनेर तथा जनपद अध्यक्ष बलड़ी श्रीमती जसोदा नायक, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. नागार्जुन बी. गौड़ा, एसडीएम हरसूद श्री रमेश खतेड़िया, जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री जितेंद्र सिंह ठाकुर सहित अन्य अधिकारी तथा पंचायत स्तरीय जल समितियों के सदस्य बड़ी संख्या में मौजूद थे।
 कलेक्टर श्री गुप्ता ने कहा कि हर वर्ष भूजल स्तर लगातार गिरता जा रहा है। हमें आज से ही पानी बचाने के लिए विशेष प्रयास करना होंगे। पानी बचाने की दिशा में हम अभी नहीं जागे, तो बहुत देर हो जाएगी। उन्होंने जल समितियों के सदस्यों से कहा कि गांव-गांव में पानी का महत्व बतायें और सभी से वर्षा का पानी बचाने की अपील करें। 
 कलेक्टर श्री गुप्ता ने जल समितियों के उपस्थित सदस्यों से अपील की कि पहले वे अपने घरों में रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगवायें और फिर गांव के अन्य लोगों को भी उनके घरों में रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगवाने के लिए प्रेरित करें। कलेक्टर श्री गुप्ता ने कहा कि बढ़ती जनसंख्या के कारण पानी की मांग तो लगातार बढ़ती जा रही है, जबकि पानी की आपूर्ति उस गति से नहीं बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि हम जितना पानी खर्च करते हैं, उतना पानी बचाने की जिम्मेदारी भी हमारी ही है। जिले की हर पक्की छत से वर्षा का पानी भूजल संवर्धन के उपयोग में आए, यह अगले 30 जून तक हमें सुनिश्चित करना है। उन्होंने जल समिति के सदस्यों को शामिल करते हुए एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाने के लिए भी कहा, ताकि जल संरक्षण से संबंधित गतिविधियों को उसमें शेयर किया जा सके। कलेक्टर श्री गुप्ता ने कहा कि अमृत संचय अभियान के तहत हमें जिले के सभी शासकीय व प्राइवेट भवनों की पक्की छतों पर रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगवाना है, ताकि वर्षा के पानी की एक-एक बूंद जमीन में समाकर भूजल स्तर को बढ़ाए। उन्होंने कहा कि जिले में प्रत्येक पक्की छत पर रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगवाने के लिए “मिशन अमृत संचय” प्रारंभ किया गया है।  
 कार्यक्रम में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. गौड़ा ने अपने संबोधन में बोरी बंधान, खेत तालाब, गली प्लग, मेढ़ बंधान जैसी जल ग्रहण संरचनाओं की उपयोगिता और उन्हें बनाने के तरीकों के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि मिशन अमृत संचय के तहत भूजल संरक्षण की दिशा में सराहनीय कार्य करने वाली पंचायतों को चयनित कर पुरस्कृत किया जाएगा। इस अवसर पर जल समिति के सदस्यों को लघु नाटिका के माध्यम से पानी बचाने के लिए प्रेरित किया। इस दौरान मास्टर ट्रेनर श्री जगदीश गौर, नीतू ठाकुर, सुधीर चौहान, रमेश बाघे और राकेश सिरसाट ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से भूजल संरक्षण के संबंध में विस्तृत प्रशिक्षण दिया । जल समिति के सदस्यों को बोरी बंधान बनाने, डगवेल रिचार्ज बनाने, हैंड पंपों के आसपास सोखता गड्ढे बनाने, मेढ़ बंधान, नाला गहरीकरण कंटूर ट्रेंच जैसी जल संग्रहण संरचनाओं के निर्माण के संबंध में भी प्रशिक्षण के दौरान जानकारी दी गई।

ट्रांसमिशन लाइनों के समीप प्रतिबंधित कारीडोर 27 मीटर की सीमा में बने घातक निर्माण, एम.पी. ट्रांसको ने जारी किये 24 नोटिस

जबलपुर- मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी (एम.पी. ट्रांसको) ने एक्स्ट्रा हाई टेंशन ट्रांसमिशन लाइनों के समीप विद्युत सुरक्षा मानकों की अनदेखी कर बने असुरक्षित और अवैध निर्माणों को हटाने के लिए मुहिम शुरू की है। प्रतिबंधित कारीडोर 27 मीटर की सीमा के अंदर बने इन निर्माणों से मानव जीवन को गंभीर खतरा है तथा दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है।
एम पी ट्रांसको के कार्यपालन अभियंता श्री वीर सिंह भूरिया ने बताया कि बड़वानी में पहले चरण में लोगों को समझाइश दी गई थी, अब संबंधितों को नोटिस देकर निर्माण हटाने के लिए कहा गया है। जिन क्षेत्रों में ट्रांसमिशन लाइनें पहले से मौजूद हैं और वहां नियमों की अनदेखी कर अवैध निर्माण किए गए हैं, उन क्षेत्रों में दुर्घटना और जनहानि की आशंका को देखते हुए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। कर्मचारी पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम से सुरक्षित दूरी बनाए रखने की अपील कर रहे हैं और लोगों को संभावित खतरों से सतर्क किया जा रहा है।
इन क्षेत्रों में जारी किए गए 24 नोटिस-
बड़वानी क्षेत्र में एम.पी. नगर, तलुन, अंजद, न्यू फिल्टर के पास कसरावद रोड आदि स्थानों पर 132 के.व्ही. वोल्टेज की बड़वानी- निमरानी ट्रांसमिशन लाइन के समीप सबसे कम सुरक्षा दूरी में निर्माण किए गए हैं। इन्हें हटाने के लिए एम.पी. ट्रांसको द्वारा संबंधित व्यक्तियों को कुल 24 नोटिस जारी किए गए हैं।
27 मीटर का सुरक्षित कॉरीडोर क्यों आवश्यक?
केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण की गाइडलाइन्स के अनुसार 132 के.व्ही. क्षमता की ट्रांसमिशन लाइनों के 27 मीटर कारीडोर 
की न्यूनतम सुरक्षित दूरी में कोई निर्माण नहीं किया जाना चाहिए। यह दूरी इसलिए तय की गई है क्योंकि हवा के दबाव से कंडक्टर (विद्युत तार) झूल सकता है, जिसे स्विंग कहा जाता है। इस स्विंग को ध्यान में रखते हुए ही दुर्घटनाओं से बचाव के लिए यह मानक निर्धारित है।
घरेलू बिजली से 600 गुना अधिक घातक-
ट्रांसमिशन लाइनों के नीचे बने अवैध निर्माण घरेलू बिजली से 600 गुना से अधिक खतरनाक साबित हो सकते हैं। इससे न केवल जिले की विद्युत आपूर्ति लंबे समय तक बाधित होने का खतरा है, बल्कि आम नागरिकों के जीवन पर भी बड़ा संकट मंडरा रहा है।
सुरक्षा की दृष्टि से एम.पी. ट्रांसको ने नागरिकों से अपील की है कि वे मानकों के अनुरूप ही निर्माण करें और ट्रांसमिशन लाइनों से निर्धारित दूरी बनाए रखें।

स्वतंत्रता दिवस पर एम.पी. ट्रांसको में लहराया शान से तिरंगा

जबलपुर- स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर एम.पी. ट्रांसको (मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी) के मध्यप्रदेश के सभी ट्रांसमिशन लाइन मेटेनेन्स मुख्यालय (टी.एल.एम.), 417 एकस्ट्रा हाईटेंशन सबस्टेशनों तथा ट्रांसको कार्यालयों में सम्मान और पूरी गरिमा के साथ "ध्वजारोहण" किया गया। एम.पी. ट्रांसको का मुख्य समारोह मुख्यालय जबलपुर स्थित स्काडा कंट्रोल सेंटर नयागांव परिसर में आयोजित हुआ जहाँ 79 वें स्वतंत्रता दिवस पर देश के गौरव का प्रतीक तिरंगा शान से लहराया। प्रबंध संचालक सुनील तिवारी ने ध्वजारोहण किया। उन्होंने एम पी ट्रांसको के सभी कार्मिकों और उनके परिजनों का स्वतंत्रता दिवस पर अभिनंदन करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर कंपनी के विभागाध्यक्ष सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर एम पी ट्रांसको के प्रदेश के विभिन्न कार्यालयों, सब स्टेशनो में आकर्षक रोशनी की गई।

रविवार, 17 अगस्त 2025

भोपाल में भारतीय सिंधु सभा का भव्य आयोजन, महक रेवतानी को किया सम्मानित

भोपाल- राजधानी भोपाल में भारतीय सिंधु सभा द्वारा एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक, समाजसेवी, शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक दीप प्रज्वलन एवं वंदे मातरम् गीत के साथ हुई। मुख्य अतिथियों ने अपने उद्बोधन में कहा कि भारतीय संस्कृति और सिंधु सभ्यता की गौरवशाली परंपरा आज भी हमें एकता, सद्भाव और सेवा का संदेश देती है।
समारोह में विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने सभी का मन मोह लिया। नृत्य, गीत और नाट्य मंचन के माध्यम से बच्चों ने समाज और संस्कृति के विविध आयामों को प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर छात्रा महक रेवतानी को शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन और परीक्षा में उत्तीर्ण होने पर सम्मानित किया गया। भारतीय सिंधु सभा के पदाधिकारियों ने उन्हें प्रेरणास्रोत बताते हुए उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं।
कार्यक्रम के अंत में श्रेष्ठ योगदान देने वाले कार्यकर्ताओं और अन्य प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को भी सम्मानित किया गया। सभी अतिथियों ने इस पहल की सराहना करते हुए इसे समाज के लिए प्रेरणादायक बताया।

अब स्कूलों में ही बनेंगे बच्चों के आधार कार्ड, "विद्यार्थी के लिए आधार, अब विद्यालय के द्वार” अभियान के तहत 20 अगस्त से स्कूलों में लगेंगे आधार पंजीयन शिविर

खंडवा - प्रदेश में स्कूल के बच्चों के आधार कार्ड तैयार करने के लिये स्कूल में ही विशेष अभियान शुरू किया जा रहा है जायेगा। इसके लिये स्कूल शिक्षा विभाग के राज्य शिक्षा केन्द्र ने भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण यूआईडीएआई के साथ समन्वय किया है। सरकारी स्कूलों में छात्रों की सुविधा के लिए आधार नामांकन और अपडेट शिविर लगाये जायेंगे। जिला शिक्षा अधिकारी श्री पी एस सोलंकी ने बताया कि इस अभियान का नाम "विद्यार्थी के लिए आधार, अब विद्यालय के द्वार" होगा। उन्होंने बताया कि यह पहल मुख्य रूप से बच्चों के अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट पर केंद्रित है। इसमें उनके आधार में उंगलियों के निशान, आईरिस स्कैन और एक तस्वीर अपडेट करना शामिल है। पहला अपडेट तब आवश्यक है जब बच्चा 5 वर्ष का हो जाए। पहला बायोमेट्रिक अपडेट 5 से 7 वर्ष की आयु के बीच पूरा होने पर निःशुल्क रखा गया है। विद्यार्थी के उम्र 7 वर्ष की आयु से अधिक होने के बाद शुल्क लागू होगा। दूसरा बायोमेट्रिक अपडेट तब आवश्यक है जब विद्यार्थी 15 वर्ष का हो जाएगा। तीसरा बायोमेट्रिक अपडेट 15 से 17 वर्ष की आयु के बीच पूरा होने पर निःशुल्क है, लेकिन 17 वर्ष की आयु के बाद शुल्क लागू होगा।
          उल्लेखनीय है कि, अपडेटेड बायोमेट्रिक्स वाला आधार कार्ड, स्कूल प्रवेश, प्रवेश परीक्षा, छात्रवृत्ति और डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर अर्थात डीबीटी योजनाओं जैसी सेवाओं के लिए महत्वपूर्ण है। इसीलिए सरकार समयबद्ध तरीके से विद्यार्थियों की 100 प्रतिशत "अपार" आईडी बनाने का भी लक्ष्य रख रही है। आपार आईडी विद्यार्थियों को उनके सभी शैक्षणिक क्रेडिट, जैसे स्कोर कार्ड, मार्कशीट, ग्रेड शीट, डिग्री, डिप्लोमा, सर्टिफिकेट और सह-पाठ्यचर्या संबंधी उपलब्धियों को डिजिटल रूप से संग्रहीत, प्रबंधित और एक्सेस करने में मदद करती है। यह आईडी शिक्षा जगत में छात्र के लिए एक स्थायी डिजिटल पहचान के रूप में कार्य करती है। आपार आईडी के लिए एक महत्वपूर्ण बात यह है कि स्कूलों द्वारा आपार आईडी बनाने के लिए उपयोग किए जाने वाले यू डाइस+ पोर्टल में दर्ज छात्र का नाम, आधार कार्ड में दर्ज नाम से मेल खाना चाहिए। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि "विद्यार्थी के लिए आधार, अब विद्यालय के द्वार अभियान के तहत सरकारी स्कूलों में आधार शिविर, न केवल छात्रों को अपना अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट करवाने में सुविधा प्रदान करेंगे, बल्कि यदि आवश्यक हो तो आधार में नाम सुधार आपार आईडी बनाने के लिए और मोबाइल नंबर अपडेट के लिए भी उन्हें सुविधा प्रदान करेंगे। उन्होंने बताया कि पहले चरण में 40 जिलों में यह अभियान इस माह से शुरू किया जा रहा है। इस अभियान के तहत दूसरे चरण में प्रदेश के 15 जिलों में सितंबर माह में स्कूलों में ही पंजीयन शिविर लगाकर बच्चों का आधार पंजीयन किया जाएगा।

प्रदेश के स्कूलों में ही बनेंगे विद्यार्थियों के आधार कार्डआधार कार्ड के लिये चलेगा विशेष अभियान

हरदा- प्रदेश में स्कूल के बच्चों के आधार कार्ड तैयार करने के लिये स्कूल में ही विशेष अभियान 18 अगस्त 2025 से चलाया जायेगा। इसके लिये स्कूल शिक्षा विभाग के राज्य शिक्षा केन्द्र ने भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के साथ समन्वय किया है। सरकारी स्कूलों में छात्रों की सुविधा के लिए आधार नामांकन और अपडेट शिविर लगाये जायेंगे। इस अभियान का नाम होगा 'विद्यार्थी के लिए आधार, अब विद्यालय के द्वार’।
यह पहल मुख्य रूप से बच्चों के अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट (एमबीयू) पर केंद्रित है। इसमें उनके आधार में उंगलियों के निशान, आईरिस स्कैन और एक तस्वीर अपडेट करना शामिल है। पहला अपडेट तब आवश्यक है जब बच्चा 5 वर्ष का हो जाए। पहला एमबीयू 5 से 7 वर्ष की आयु के बीच पूरा होने पर निःशुल्क रखा गया है। विद्यार्थी के उम्र 7 वर्ष की आयु से अधिक होने के बाद शुल्क लागू होगा। दूसरा एमबीयू तब आवश्यक है जब विद्यार्थी 15 वर्ष का हो जाएगा। तीसरा एमबीयू 15 से 17 वर्ष की आयु के बीच पूरा होने पर निःशुल्क है, लेकिन 17 वर्ष की आयु के बाद शुल्क लागू होगा।
उल्लेखनीय है कि, अपडेटेड बायोमेट्रिक्स वाला आधार कार्ड, स्कूल प्रवेश, प्रवेश परीक्षा, छात्रवृत्ति और डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) योजनाओं जैसी सेवाओं के लिए महत्वपूर्ण है। इसीलिए सरकार समयबद्ध तरीके से विद्यार्थियों की 100 प्रतिशत आपार आईडी बनाने का भी लक्ष्य रख रही है। आपार आईडी विद्यार्थियों को उनके सभी शैक्षणिक क्रेडिट, जैसे स्कोर कार्ड, मार्कशीट, ग्रेड शीट, डिग्री, डिप्लोमा, सर्टिफिकेट और सह-पाठ्यचर्या संबंधी उपलब्धियों को डिजिटल रूप से संग्रहीत, प्रबंधित और एक्सेस करने में मदद करती है। यह आईडी शिक्षा जगत में छात्र के लिए एक स्थायी डिजिटल पहचान के रूप में कार्य करती है। आपार आईडी के लिए एक महत्वपूर्ण बात यह है कि स्कूलों द्वारा आपार आईडी बनाने के लिए उपयोग किए जाने वाले UDISE+ पोर्टल में दर्ज छात्र का नाम, आधार कार्ड में दर्ज नाम से मेल खाना चाहिए। इस संबंध में संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र श्री हरजिंदर सिंह ने बताया कि, "विद्यार्थी के लिए आधार, अब विद्यालय के द्वार अभियान के तहत सरकारी स्कूलों में आधार शिविर, न केवल छात्रों को अपना अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट करवाने में सुविधा प्रदान करेंगे, बल्कि यदि आवश्यक हो तो आधार में नाम सुधार आपार आईडी बनाने के लिए और मोबाइल नंबर अपडेट के लिए भी उन्हें सुविधा प्रदान करेंगे।
संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र ने बताया कि, 18 अगस्त से प्रारंभ होने वाला अभियान का पहला चरण, मध्यप्रदेश के 40 जिलों में एक साथ शुरू होगा और एक से दो महीने तक चलेगा। आधार शिविरों की प्रभावशीलता को अधिकतम करने के लिए (यूआईडीएआई) ने जिलों में उन पिन कोडों की पहचान की है जहाँ सबसे ज़्यादा एमबीयू लंबित हैं। स्कूल शिक्षा विभाग ने मुख्य रूप से इन पिन कोडों के अंतर्गत आने वाले सरकारी स्कूलों को शिविरों के लिए चुना है। शेष 15 जिलों में दूसरा चरण सितंबर 2025 के पहले सप्ताह में शुरू होगा। स्थानीय जिला प्रशासन को अपने-अपने जिलों में आधार शिविर योजना का व्यापक प्रचार करने के लिए कहा गया है। अभिभावकों में प्रचार-प्रसार होने से "विद्यार्थी के लिए आधार, अब विद्यालय के द्वार” अभियान को सफलता मिलेगी और अधिक से अधिक छात्र लाभान्वित हो सकेंगे।

सांसद मित्र मंडल द्वारा आयोजित मटकी फोड़ प्रतियोगिता में प्रताप मंडल बुरहानपुर की टीम विजेता रही

हजारों की संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं के बीच रात्रि 1:30 बजे मटकी फोड़ी गई,
सांसद श्री पाटिल एवं अतिथियों ने बुरहानपुर की टीम को दिए इनाम के बतौर ₹60हजार
खंडवा- प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष अभी जन्माष्टमी के पावन अवसर पर सांसद मित्र मंडल की ओर से केवल राम पेट्रोल पंप चौराहे पर शानदार मटकी फोड प्रतियोगिता का आयोजन आयोजित हुआ। जिसमें रावेर बुरहानपुर की पांच टीमों ने भाग लिया और शानदार कला का प्रदर्शन करते हुए प्रताप मंडल व्यायाम शाला बुरहानपुर ने हजारों की संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं के बीच रात्रि 1:30 बजे मटकी फोड़ी। समाज सेवी व प्रवक्ता सुनील जैन ने बताया कि दादाजी की नगरी खंडवा में धार्मिक उत्साह के साथ भगवान बालकृष्ण का जन्माष्टमी पर्व मनाया गया। सभी मंदिरों में पहुंचकर श्रद्धालुओं में दर्शन कर बाल गोपाल के पालने को झुलाया वही खंडवा के कई स्थानों पर मटकी फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन भी हुआ प्रमुख रूप से सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल मित्र मंडल की ओर से आयोजित मटकी फोड़ कार्यक्रम में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने उपस्थित होकर इसका आनंद लिया। रात्रि 11:00 बजे सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ज्ञानेश्वर पाटिल महापौर अमृता अमर यादव,विधायक कंचन मुकेश तनवे,जिला अध्यक्ष राजपाल सिंह तोमर ने पंडित शैलेंद्र पांडे के मंत्रोच्चार के साथ बाल गोपाल कृष्ण की पूजा अर्चना कर आरती की एवं मटकी फोड़ स्थल का पूजन किया। बुरहानपुर और रावेर की टीमों ने अपना शानदार प्रदर्शन किया और लगभग रात्रि 1:30 बजे प्रताप मंडल व्यायाम शाला की टीम ने यह मटकी फोड़ कर 60 हजार रुपए की राशि सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल एवं उपस्थित अतिथियों से प्राप्त की। इस अवसर पर सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने जन्माष्टमी की सभी को शुभकामना देते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति और परंपरा अनुसार के साथ जन्माष्टमी पर्व मनाते हैं, और वर्षों से मटकी फोड़ आयोजन भी आयोजित किया किया जा रहा है इस प्रकार के आयोजनों से युवा भी जोड़ते हैं और सनातन धर्म भी मजबूत होता है। प्रवक्ता सुनील जैन ने बताया कि आयोजित कार्यक्रम को जिला अध्यक्ष राजपाल सिंह तोमर, महापौर अमृता अमर यादव,विधायक कंचन मुकेश तनवे ने भी संबोधित करते हुए सभी को जन्माष्टमी की शुभकामनाएं देते हुए सांसद श्री पाटिल को इस सफल कार्यक्रम की बधाई दी। प्रवक्ता सुनील जैन ने बताया कि कार्यक्रम स्थल पर भजन संध्या के साथ ही शानदार तरीके से कार्यक्रम स्थल को एवं क्रेन
को लाइटिंग एवं गुब्बारो से सजाया गया था। कार्यक्रम में राजा शर्मा की टीम द्वारा भजनों की प्रस्तुति भी दी गई। आयोजित कार्यक्रम में सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल के साथ जिला अध्यक्ष राजपाल सिंह तोमर, पूर्व जिला अध्यक्ष सेवादास पटेल, हरीश कोटवाले, विधायक कंचन मुकेश तनवे,महापौर अमृता अमर यादव;दिनेश पालीवाल, मुकेश तनवे, राजेश तिवारी, प्रवक्ता सुनील जैन, धर्मेंद्र बजाज, परमजीत सिंह नारंग, देवेंद्र सिंह यादव, मंगलेश तोमर भरत पटेल, सोमनाथ काले, जीवन डिंडोरै, ममता बोरसे, प्रदीप यादव, स्नेहा पाराशर, मोहन गंगराड़े, राजेश यादव, गणेश गुरबाणी, राजू चांदमल जैन,चंद्रेश पचौरी कपिल अनजने अनूप पटेल आशीष चटकेले, नानूराम मांडले, सिसोदिया, इंदु पवार तेजेंद्र बाथम विजय महाजन, सागर आरतानी, तपन डोंगरे, संजय राणा, प्रणेश बजाज, यशदीप चौरे, श्याम पाटीदार, अनिल भगत, सोनू इगें दीप सिंह झाला संदेश गुप्ता सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन अनिल भगत ने किया एवं आभार चंद्रेश पचौरी ने माना।

उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने जन्मदिवस पर किया शिवपूजन, गौपूजन, जनपद पंचायत गंगेव में विभिन्न विकास कार्यों का किया लोकार्पण

रीवा में विभिन्न स्थलों में हुआ जनसम्मान, जनप्रतिनिधियों समाजसेवियों ने किया अभिनंदन
भोपाल:उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि कहा कि लोकतंत्र में जनता की सेवा ही सर्वोच्च धर्म है और उन्हें पिछले 21 वर्षों से लगातार जनता का आशीर्वाद मिल रहा है। उन्होंने कहा कि बाणसागर बाँध की नहरों से विन्ध्य के विकास की नई इबारत लिखी गई है, वहीं पिछले दो दशकों में सड़क, बिजली, पानी, सिंचाई और कृषि के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। रीवा की जनपद पंचायत गंगेव में उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल के जन्मदिवस पर विशाल जनसमूह की उपस्थिति में भव्य समारोह आयोजित हुआ। इस अवसर पर उन्होंने 6 करोड़ 10 लाख 60 हजार रुपये की लागत के विभिन्न निर्माण कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया। इसमें जनपद पंचायत का नया भवन, अटल सभागार और अन्य विकास कार्य शामिल रहे। समारोह में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए।
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि रीवा के सौर ऊर्जा संयंत्र से दिल्ली की मेट्रो दौड़ रही है, शहर में फोरलेन सड़कें, फ्लाईओवर, रिवर फ्रंट और सुंदर तालाब बने हैं। मुकुंदपुर में सफेद बाघों की पुनर्स्थापना हुई है। आगामी अक्टूबर माह से रीवा एयरपोर्ट से दिल्ली और इंदौर के लिए नियमित हवाई सेवाएँ प्रारंभ होंगी। उन्होंने कहा कि जनता के आशीर्वाद का मोल केवल सेवा और विकास कार्यों के माध्यम से ही चुकाया जा सकता है। जनपद अध्यक्ष गंगेव श्री विकास तिवारी, विधायक मनगवां श्री नरेन्द्र प्रजापति, पूर्व विधायक श्री श्यामलाल द्विवेदी, श्री केपी त्रिपाठी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती नीता कोल, पूर्व महापौर श्री वीरेन्द्र गुप्ता और अनेक जनप्रतिनिधियों ने उप मुख्यमंत्री को जन्मदिवस की शुभकामनाएँ दीं।समारोह में उप मुख्यमंत्री का जगह-जगह स्वागत हुआ। मनगवां से बाइक रैली के साथ उनका भव्य स्वागत कर उन्हें कार्यक्रम स्थल तक लाया गया। सरपंच संघ, सचिव संघ और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी अभिनंदन किया।
ईको पार्क में शिवपूजन
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने जन्मदिवस के अवसर पर रीवा स्थित ईको पार्क के कुंडेश्वरनाथ शिव मंदिर में सपत्नीक पूजा-अर्चना की। उन्होंने भगवान शिव का दूध, गंगाजल और शुद्ध जल से अभिषेक कर पूजा की और प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि व कल्याण की प्रार्थना की।
लक्ष्मणबाग गौशाला में गौपूजन और कन्यापूजन
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने लक्ष्मणबाग मंदिर परिसर में विभिन्न देवताओं के दर्शन कर पूजा-अर्चना की। तत्पश्चात गौशाला में गौमाता की पूजा कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। उन्होंने कन्यापूजन पूजन कर आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर गौमाता के लिए भंडारे का शुभारंभ करते हुए श्री शुक्ल ने उन्हें विभिन्न व्यंजन खिलाए। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि लक्ष्मणबाग की पावन भूमि पर जन्मदिन मनाना उनके लिए परम सौभाग्य है। उन्होंने कहा कि गौमाता और जनता के आशीर्वाद से उन्हें रीवा और विन्ध्य के विकास की शक्ति प्राप्त हुई है। उन्होंने गौसेवा और जनसेवा को जीवन का ध्येय बताया। इस अवसर पर सांसद श्री जनार्दन मिश्रा ने कहा कि उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने राजनीति में सदैव स्वच्छ छवि और विकास के संकल्प के साथ कार्य किया है। जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती नीता कोल, पूर्व महापौर श्री वीरेन्द्र गुप्ता और अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी इस अवसर पर शुभकामनाएँ दीं।
प्रजापिता ब्रम्हकुमारी संस्थान में सम्मान
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल के जन्मदिवस पर प्रजापिता ब्रम्हकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय रीवा में आयोजित समारोह में सम्मानित किया गया। संस्थान प्रमुख बहन ब्रम्हकुमारी निर्मला जी ने उन्हें अंगवस्त्र, श्रीफल और स्मृति चिन्ह भेंट किए तथा केक खिलाकर शुभकामनाएँ दीं। इस अवसर पर श्री शुक्ल ने कहा कि जन्मदिवस पर आध्यात्मिक चेतना केंद्र से आशीर्वाद मिलना उनके लिए बहुत बड़ा सौभाग्य है। उन्होंने कहा कि ब्रम्हकुमारी संस्थान समाज को कठिन समय में आध्यात्मिक मार्गदर्शन देकर सही राह दिखाता है।

सद्भावना मंच पर जन्माष्टमी पर्व हुआ भक्तिमय गीतों का कार्यक्रम

खंडवा- सद्भावना मंच कार्यालय में संगीतमय वातावरण में भक्तिमय गीतों भजनों के साथ जन्माष्टमी पर्व मनाया गया। यह जानकारी देते हुए मंच ने बताया कि इस अवसर पर सुनील सोमानी, राजेश खांडे, अशोक जैन, कैलाश शर्मा, अशोक पारवानी, एनके दवे, निर्मल मंगवानी, साईं भक्त महेश मुलचंदानी आदि गायकों ने भक्तिमय गीतों की शानदार प्रस्तुतियों के माध्यम से वातावरण को कृष्णमय कर दिया। इस अवसर पर मंच संस्थापक प्रमोद जैन ने सभी शहर वासियों को तथा देशवासियों को जन्माष्टमी पर्व की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस मौके पर पूर्व डीएसपी आनंद तोमर, डॉ जगदीश चौरे, गणेश भावसार, कमल नागपाल, जितेन्द्र, कैलाश पटेल, सुभाष मीणा के साथ ही कई श्रोता मौजूद थे।

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