गुरुवार, 13 नवंबर 2025

होमगार्ड व एसडीईआरएफ जवानों की सूझबूझ से बची युवक की जान

खंडवा- ओंकारेश्वर स्थित नागरघाट पर बुधवार को एक बड़ा हादसा टल गया। जलगांव (महाराष्ट्र) से आए श्रद्धालु अक्षय ठाकुर (23 वर्ष) अपने साथी के साथ नर्मदा नदी में स्नान कर रहे थे। नदी के तेज बहाव और गहराई का सही अनुमान न होने के कारण दोनों श्रद्धालु स्नान के दौरान सुरक्षा दीवार के पार बहाव की दिशा में बहने लगे। देखते ही देखते दोनों की जान पर संकट मंडराने लगा।

घटना की सूचना मिलते ही घाट पर तैनात एस.डी.ई.आर.एफ. (State Disaster Emergency Response Force) के जवान राकेश पटेल और तेजपाल ने तत्परता दिखाते हुए तुरंत नदी में लाइफ बॉय फेंका और दोनों युवाओं को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। जवानों की इस सूझबूझ और त्वरित कार्रवाई से एक बड़ी दुर्घटना होने से टल गई।

होमगार्ड के जिला कमाण्डेंट रविन्द्र महिवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि घाट क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए एसडीईआरएफ की टीम लगातार तैनात रहती है। नदी में बढ़ते जलस्तर और तेज बहाव को देखते हुए श्रद्धालुओं को हमेशा सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। उन्होंने कहा कि जवानों की सजगता और प्रशिक्षण का ही परिणाम है कि समय रहते दोनों श्रद्धालुओं की जान बचाई जा सकी।

घटना के बाद अक्षय ठाकुर और उनके साथी ने होमगार्ड तथा एसडीईआरएफ टीम का आभार व्यक्त किया और कहा कि जवानों ने सच्चे अर्थों में मानवता की मिसाल पेश की है।

ओंकारेश्वर घाट पर यह घटना श्रद्धालुओं के लिए एक चेतावनी भी है कि धार्मिक आस्था के साथ-साथ सुरक्षा का ध्यान रखना भी जरूरी है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे नदी के तेज बहाव वाले क्षेत्रों में स्नान न करें और सुरक्षा कर्मियों के निर्देशों का पालन करें।

एमपी ट्रांसको पूर्व क्षेत्र के फील्ड इंजीनियर्स की समीक्षा बैठक संपन्न, “शून्य दुर्घटना लक्ष्य के साथ कार्य करें”-प्रबंध संचालक सुनील तिवारी

जबलपुर- मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी (एमपी ट्रांसको) के पूर्वी क्षेत्र के मैदानी कार्यपालन अभियंताओं की समीक्षा बैठक कंपनी मुख्यालय जबलपुर में आयोजित की गई।

बैठक की अध्यक्षता करते हुए कंपनी के प्रबंध संचालक श्री सुनील तिवारी ने अभियंताओं को निर्देश दिए कि ‘शून्य दुर्घटना लक्ष्य’ को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए कार्य करें। उन्होंने कहा कि सुरक्षा मानकों के प्रति लापरवाही पर शून्य सहनशीलता (Zero Tolerance) अपनाई जाएगी।

श्री तिवारी ने सभी अधिकारियों से कहा कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में छोटे-छोटे सुधारों के माध्यम से कंपनी की प्रगति में योगदान दें तथा कार्यस्थल पर सुरक्षा उपायों का पूर्ण पालन सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में कंपनी को प्रतिस्पर्धी और सक्षम बनाने के लिए सभी अधिकारी कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence) की दिशा में स्वयं को प्रशिक्षित करें, ताकि भविष्य की तकनीकी आवश्यकताओं के अनुरूप दक्षता विकसित हो सके।

सुरक्षा पर बनेगी विशेष समिति, नेटवर्किंग पर दिया जोर

प्रबंध संचालक ने अभियंताओं को निर्देश दिए कि वे प्रोफेशनल नेटवर्किंग के माध्यम से सतत ज्ञानवृद्धि करते रहें और ट्रांसमिशन लाइनों में कम ग्राउंड क्लीयरेंस की स्थिति की सूचना समय पर प्रशासन को दें। साथ ही, जनता को संभावित खतरे के प्रति सतर्क करने की जिम्मेदारी निभाएं।
उन्होंने सुरक्षा उपकरणों की नियमित समीक्षा के लिए एक विशेष समिति गठित करने के निर्देश भी दिए।

नई पीढ़ी को कंपनी की ‘ओनरशिप’ लेने का आह्वान

बैठक में प्रबंध संचालक श्री तिवारी ने नई पीढ़ी के अभियंताओं से सीधे संवाद करते हुए कहा,

“पुरानी पीढ़ी शीघ्र ही रिटायर होने वाली है, इसलिए आप सभी कंपनी की ओनरशिप लीजिए और भविष्य की चुनौतियों के लिए अपने आप को तैयार कीजिए।”

उन्होंने युवा इंजीनियरों से कंपनी के संचालन, रखरखाव और सुरक्षा के प्रति जिम्मेदारी का भाव अपनाने का आह्वान किया।

रबी सीजन में बिजली मांग को लेकर दिए विशेष निर्देश

प्रबंध संचालक ने कहा कि आगामी दो माह ट्रांसमिशन कंपनी के लिए चुनौतीपूर्ण अवधि है। रबी सीजन के दौरान बढ़ती बिजली मांग को देखते हुए नेटवर्क की स्थिरता और विश्वसनीयता बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।
उन्होंने ट्रांसमिशन लाइनों, सबस्टेशनों, ट्रांसफार्मर लोडिंग और ट्रिपिंग की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि प्रीवेंटिव मेंटेनेंस समय पर किया जाए, ताकि ब्रेकडाउन की स्थिति से बचा जा सके।

उन्होंने कहा कि फील्ड अधिकारियों की सतर्कता और सक्रियता के कारण एमपी ट्रांसको में ट्रिपिंग के मामलों में कमी और ब्रेकडाउन समय में सुधार देखने को मिला है।

मैदानी अधिकारियों ने साझा किए अपने अनुभव

बैठक के दौरान मैदानी कार्यपालन अभियंताओं ने भी सुरक्षा और कार्यप्रणाली में सुधार के लिए किए जा रहे अपने प्रयासों को साझा किया।
समीक्षा बैठक में कंपनी मुख्यालय जबलपुर के वरिष्ठ अधिकारियों सहित पूर्व क्षेत्र के जबलपुर, सागर, सिवनी, सतना, कटनी, शहडोल, टीकमगढ़, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, रीवा, सिंगरौली और दमोह जिलों से आए लगभग 30 फील्ड इंजीनियर उपस्थित रहे।

कैबिनेट मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह बोले – हरसूद विधानसभा क्षेत्र में अब विकास की रफ्तार और तेज, खालवा-हरसूद में होंगे आधुनिक कार्यालय भवन, हरसूद कॉलेज को मिलेंगी दो नई बसें, लाड़ली बहना योजना से महिलाओं को मिला संबल

खंडवा-प्रदेश के जनजातीय कार्य, लोक परिसंपत्ति प्रबंधन एवं भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह ने गुरुवार को खालवा और हरसूद जनपद पंचायतों के नए कार्यालय भवनों के निर्माण कार्यों का भूमिपूजन कर शुभारंभ किया।

दोनों भवनों की लागत 5.25-5.25 करोड़ रुपए निर्धारित की गई है।

मंत्री डॉ. शाह ने इस अवसर पर कहा कि प्रदेश सरकार जनजातीय अंचलों के सर्वांगीण विकास के लिए लगातार कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि ग्रामीण विकास विभाग द्वारा बलड़ी, हरसूद और खालवा जनपद पंचायतों के नए भवनों के लिए राशि स्वीकृत की गई है। इसके साथ ही कलेक्ट्रेट खंडवा और जिला पंचायत खंडवा के नए भवनों की स्वीकृति प्रक्रिया भी प्रगति पर है।

हरसूद कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए दो नई बसें

हरसूद में आयोजित कार्यक्रम में मंत्री डॉ. शाह ने बताया कि कॉलेज के विद्यार्थियों की सुविधा हेतु सोमवार से दो अतिरिक्त बसें शुरू की जाएंगी। उन्होंने कहा कि पहले से ही कॉलेज को दो बसें उपलब्ध कराई जा चुकी हैं।
डॉ. शाह ने विद्यार्थियों की अनुशासित उपस्थिति और गणवेश में आने की सराहना करते हुए कहा कि परिवहन सुविधा मिलने से कॉलेज में प्रवेश संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।

उन्होंने कहा कि लाड़ली बहना योजना ने प्रदेश की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया है। हाल ही में योजना की राशि बढ़ाकर 1500 रुपए प्रतिमाह की गई है। मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जनवरी माह में हरसूद विधानसभा क्षेत्र का दौरा करेंगे और लाड़ली बहना सम्मेलन में शामिल होंगे।

कार्यक्रम में जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री दिव्यादित्य शाह, जनपद अध्यक्ष श्रीमती ममता सावनेर, एसडीएम श्री आर.सी. खतेड़िया सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।

जनजातीय सेनानियों के योगदान से नई पीढ़ी होगी परिचित

खालवा में आयोजित कार्यक्रम में मंत्री डॉ. शाह ने कहा कि राज्य सरकार ने टंट्या भील, बिरसा मुंडा और भीमा नायक जैसे जनजातीय सेनानियों के बलिदान और योगदान को नई पीढ़ी तक पहुँचाने के लिए उनके जीवन दर्शन को पाठ्यक्रम में शामिल किया है

उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना गरीब परिवारों के लिए वरदान साबित हुई है। अब गरीब परिवारों को 5 लाख रुपए तक की निःशुल्क उपचार सुविधा मिल रही है।
साथ ही सरकार ने यह भी निर्णय लिया है कि शासकीय छात्रावासों में अध्ययनरत विद्यार्थी यदि एक बार असफल हो जाएं, तो भी उन्हें अगले वर्ष पुनः प्रवेश का अवसर मिलेगा।

इस अवसर पर जनपद अध्यक्ष श्रीमती सोनता बाई, उपाध्यक्ष श्रीमती सती बाई, जनपद पंचायत सदस्य सहित अनेक जनप्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित रहे।

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