खंडवा- ओंकारेश्वर स्थित नागरघाट पर बुधवार को एक बड़ा हादसा टल गया। जलगांव (महाराष्ट्र) से आए श्रद्धालु अक्षय ठाकुर (23 वर्ष) अपने साथी के साथ नर्मदा नदी में स्नान कर रहे थे। नदी के तेज बहाव और गहराई का सही अनुमान न होने के कारण दोनों श्रद्धालु स्नान के दौरान सुरक्षा दीवार के पार बहाव की दिशा में बहने लगे। देखते ही देखते दोनों की जान पर संकट मंडराने लगा।
घटना की सूचना मिलते ही घाट पर तैनात एस.डी.ई.आर.एफ. (State Disaster Emergency Response Force) के जवान राकेश पटेल और तेजपाल ने तत्परता दिखाते हुए तुरंत नदी में लाइफ बॉय फेंका और दोनों युवाओं को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। जवानों की इस सूझबूझ और त्वरित कार्रवाई से एक बड़ी दुर्घटना होने से टल गई।
होमगार्ड के जिला कमाण्डेंट रविन्द्र महिवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि घाट क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए एसडीईआरएफ की टीम लगातार तैनात रहती है। नदी में बढ़ते जलस्तर और तेज बहाव को देखते हुए श्रद्धालुओं को हमेशा सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। उन्होंने कहा कि जवानों की सजगता और प्रशिक्षण का ही परिणाम है कि समय रहते दोनों श्रद्धालुओं की जान बचाई जा सकी।
घटना के बाद अक्षय ठाकुर और उनके साथी ने होमगार्ड तथा एसडीईआरएफ टीम का आभार व्यक्त किया और कहा कि जवानों ने सच्चे अर्थों में मानवता की मिसाल पेश की है।
ओंकारेश्वर घाट पर यह घटना श्रद्धालुओं के लिए एक चेतावनी भी है कि धार्मिक आस्था के साथ-साथ सुरक्षा का ध्यान रखना भी जरूरी है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे नदी के तेज बहाव वाले क्षेत्रों में स्नान न करें और सुरक्षा कर्मियों के निर्देशों का पालन करें।