बुधवार, 27 अगस्त 2025

गणेश चतुर्थी पर जिला पंचायत सीईओ ने दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश


खंडवा– गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. नागार्जुन बी. गौड़ा सपत्नीक पुरानी कृषि उपज मंडी पहुंचे। इस दौरान उन्होंने महिला स्वसहायता समूह द्वारा लगाए गए स्टॉल से मिट्टी से बनी गणेश प्रतिमा खरीदी और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
डॉ. गौड़ा ने कहा कि गणेश उत्सव के दौरान लोग प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियों के बजाय मिट्टी की मूर्तियों को अपनाएं। उन्होंने बताया कि प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियां जल स्रोतों को प्रदूषित करती हैं, जिससे नदियों और तालाबों का प्राकृतिक संतुलन बिगड़ता है।
उन्होंने नागरिकों से अपील की कि इस बार के गणेश उत्सव में पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी निभाते हुए मिट्टी की प्रतिमाएं ही स्थापित करें, ताकि हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ जल और स्वस्थ पर्यावरण सुरक्षित रह सके।
इस अवसर पर महिला स्वसहायता समूह की ओर से भी मिट्टी की मूर्तियों के महत्व पर जानकारी दी गई और लोगों को पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित किया गया।

इको-फ्रेंडली गणेश चतुर्थी: खंडवा में नई मिसाल, पुलिस अधीक्षक खंडवा ने मिट्टी की गणेश प्रतिमा खरीदकर दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश

खंडवा– गणेश चतुर्थी का पर्व नजदीक आते ही खंडवा जिले में पर्यावरण संरक्षण को लेकर एक सराहनीय पहल देखने को मिली। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के आह्वान पर जिले के पुलिस अधीक्षक श्री मनोज कुमार राय ने पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने और जलस्रोतों को स्वच्छ बनाए रखने का महत्वपूर्ण संदेश दिया।

मिट्टी की मूर्तियां– पर्यावरण के लिए वरदान

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेशवासियों से अपील की थी कि गणेश चतुर्थी पर प्लास्टर ऑफ पेरिस (POP) से बनी प्रतिमाओं के स्थान पर मिट्टी से बनी प्रतिमाएं स्थापित की जाएं। POP की मूर्तियां पानी में घुलती नहीं हैं और इससे नदियों, तालाबों और अन्य जलस्रोतों का प्रदूषण बढ़ता है। ऐसे में मिट्टी से बनी प्रतिमाएं जल में आसानी से घुलकर पर्यावरण को सुरक्षित रखती हैं।

मुख्यमंत्री की इस पहल से प्रेरित होकर पुलिस अधीक्षक श्री मनोज कुमार राय ने 27 अगस्त को अपने परिवार के साथ पुरानी अनाज मंडी पहुंचकर स्थानीय कारीगरों से मिट्टी की गणेश प्रतिमा खरीदी। यह कदम न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में उदाहरण प्रस्तुत करता है, बल्कि स्थानीय कलाकारों और कारीगरों को आर्थिक रूप से भी सशक्त बनाने में सहायक है।

नागरिकों से की अपील

इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री राय ने जिले के नागरिकों को संदेश दिया –

"आइए हम सभी मिलकर पर्यावरण को स्वच्छ और सुरक्षित बनाने का संकल्प लें। प्लास्टर ऑफ पेरिस की जगह मिट्टी की प्रतिमाएं अपनाकर हम न केवल जल प्रदूषण को रोक सकते हैं, बल्कि अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ पर्यावरण भी सुनिश्चित कर सकते हैं।"

उन्होंने जिले के सभी नागरिकों से गणेश चतुर्थी का पर्व हर्ष और उल्लास के साथ मनाने तथा पर्यावरण संरक्षण में सक्रिय योगदान देने की अपील भी की।

स्थानीय कारीगरों को मिला संबल

श्री राय की इस पहल से स्थानीय कारीगरों में भी उत्साह देखा गया। मिट्टी की प्रतिमाओं की बिक्री बढ़ने से उन्हें आर्थिक सहयोग मिलेगा और पारंपरिक कला को भी नई पहचान मिलेगी।

पुलिस अधीक्षक खंडवा की यह पहल जिले में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। ऐसे प्रयास समाज को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं और आने वाली पीढ़ियों के लिए बेहतर पर्यावरण सुनिश्चित करते हैं।

ग्राम पंचायत खार कलां में पीने के पानी की किल्लत, महिलाओं ने पंचायत में दी शिकायत

खारकलां- ग्राम पंचायत खार कलां में नल-जल योजना की लापरवाही से ग्रामीण परेशान हैं। सर्वोदय नगर की दर्जनों महिलाएं आज पंचायत कार्यालय पहुंचीं और पीने के पानी की समस्या को लेकर हंगामा किया।
महिलाओं ने बताया कि विगत एक वर्ष से उनके क्षेत्र में पानी की सप्लाई नहीं हो रही है, जबकि हर महीने नल टैक्स भी समय पर जमा किया जाता है। उन्होंने कहा कि बार-बार शिकायत करने और मौखिक रूप से बताने के बावजूद भी कोई समाधान नहीं हो पाया।
महिलाओं ने आरोप लगाया कि जब भी वे पंचायत पहुंचती हैं तो वहां न सरपंच मिलते हैं और न ही सचिव। मजबूरी में उन्हें पीने के पानी के लिए निजी टैंकर मंगवाना पड़ता है, जिसका खर्च भी उन्हें ही उठाना पड़ता है।
आज भी महिलाओं को आवेदन सौंपने के लिए पंचायत के मोबिलाइजर सूरज को ही ढूंढना पड़ा, क्योंकि सरपंच और सचिव दोनों ही अनुपस्थित थे। महिलाओं ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही पानी की समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे उग्र आंदोलन का रास्ता अपनाएंगी।
इस मामले में ग्राम पंचायत सचिव ने बताया कि पानी की व्यवस्था बहुत जल्द ही कर दी जाएगी।

मंगलवार, 26 अगस्त 2025

वर्षा पर संकट के बादल: खंडवा जिले में घटते आंकड़े, बढ़ती चिंताएँ

खंडवा- जिले में मानसून का असर इस बार कमजोर रहा है। पिछले 24 घंटों में जिले में मात्र 2.8 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई। पुनासा में 10 मिमी, खंडवा और खालवा में 2-2 मिमी वर्षा हुई, जबकि हरसूद और पंधाना में एक बूँद भी बारिश नहीं हुई।
अगर बीते वर्षों के आंकड़े देखें तो यह स्थिति और भी गंभीर प्रतीत होती है। 26 अगस्त 2024 तक जिले में 685 मिमी औसत वर्षा हो चुकी थी, जबकि इस वर्ष अब तक केवल 485.4 मिमी ही वर्षा दर्ज हुई है। यह सामान्य औसत 808 मिमी से काफ़ी कम है।
तहसीलवार स्थिति पर नज़र डालें तो खंडवा तहसील में 638 मिमी, पुनासा में 545 मिमी, खालवा में 483 मिमी, हरसूद में 473 मिमी और पंधाना में मात्र 288 मिमी वर्षा हुई है। विशेषकर पंधाना और हरसूद की स्थिति चिंताजनक है।
कम होती बारिश का सीधा असर किसानों और उनकी खरीफ फसलों पर पड़ सकता है। सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी न होने पर पैदावार पर नकारात्मक असर पड़ना तय है। वहीं जलस्रोतों में पानी का स्तर भी कम हो सकता है, जिससे पीने के पानी की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
किसानों के लिए सुझाव
1. सूखा सहनशील फसलों की बुवाई: कम पानी में भी उत्पादन देने वाली दालें, तिलहन और मोटा अनाज जैसी फसलों को प्राथमिकता दें।
2. जल संरक्षण पर ध्यान: खेतों में मेड़बंदी, टपक और स्प्रिंकलर सिंचाई अपनाएं।
3. फसल बीमा योजना का लाभ लें: संभावित नुकसान की भरपाई के लिए समय पर बीमा करवाएं।
4. पशुओं के लिए चारे का प्रबंधन: कम वर्षा के कारण चारे की कमी हो सकती है, पहले से भंडारण करें।
5. कृषि विभाग की सलाह लें: स्थानीय कृषि विशेषज्ञों से नियमित जानकारी लेते रहें।
विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर सितंबर माह में पर्याप्त वर्षा नहीं हुई तो जिले में जल संकट और कृषि संकट दोनों गहरा सकते हैं। प्रशासन को अभी से वैकल्पिक जल प्रबंधन योजनाओं पर काम शुरू करना होगा।

खंडवा के निखिल असनानी ने उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के अधीन इंटर्नशिप की

खंडवा- रमा कॉलोनी निवासी श्री अशोक असनानी जी के प्रतिभावान सुपुत्र निखिल असनानी (बीबीए एलएलबी) ने उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के अधीनस्थ इंटर्नशिप कर खंडवा शहर का नाम रोशन किया।सिंधी समाज के प्रवक्ता कमल नागपाल ने बताया कि इस दौरान उन्होंने गहन रिसर्च का कार्य किया, साथ ही साथ वरिष्ठ अधिकवक्ताओं की आर्गुमेंटस (बहस) सुनने का अवसर भी मिला।उच्च न्यायालय जबलपुर के मुख्य न्यायाधीश श्री प्रमोद कुमार अग्रवाल ने उन्हें इंटर्नशिप का प्रमाण पत्र जबलपुर में सौंपा।समाज के होनहार विद्यार्थी निखिल असनानी को इस उपलब्धि पर समाजजन और शुभचिंतकों ने बधाई दी है और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।

40 मीटर ऊँचाई, गहरी खाई और 90 मीटर मंकी क्रॉलिंग, इंटरस्टेट ट्रांसमिशन लाइन पर साहसिक कार्य करने वाले प्रफुल्ल घाटोड हुए सम्मानित

जबलपुर- मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी ( एमपी ट्रांसको) के प्रफुल्ल घाटोड ने अदम्य साहस और असाधारण हिम्मत का परिचय देकर इतिहास रच दिया । 40 मीटर ऊँचाई और सैकड़ों फीट गहरी खाई के बीच स्थित मध्यप्रदेश–महाराष्ट्र की अति महत्वपूर्ण इंटरस्टेट ट्रांसमिशन लाइन पर उन्होंने मंकी क्रॉलिंग तकनीक से 90 मीटर की दूरी तय कर कठिन सुधार कार्य को अंजाम दिया। उनकी इस उपलब्धि से दोनों राज्यों के बीच पावर ट्रांसमिशन सिस्टम अल्प समय में पुनः सुचारु हो सका।उनके इस अति विशिष्ट कार्य के लिए उन्हें जबलपुर में स्वतंत्रता दिवस के अवसर हुए समारोह में पुरस्कृत किया गया।
आमतौर पर ट्रांसमिशन लाइनों पर बेल्ट के सहारे सीमित दूरी ही तय की जाती है, लेकिन ट्रांसमिशन लाइन मेंटेनेंस छिंदवाड़ा में पदस्थ कार्मिक न प्रफुल्ल
घाटोड द्वारा 90 मीटर की दूरी तय कर फाल्ट सुधारना एक दुर्लभ और मिसाल कायम करने वाला कार्य है।
उल्लेखनीय है कि मई माह में 220 केवी की इस लाइन पर पांढुरना जिले के ग्राम बढ़चिचोली के पास आकाशीय बिजली गिरने से इंटरस्टेट पावर सप्लाई बाधित हो गई थी। जिस टावर पर फॉल्ट आया, वह अत्यंत दुर्गम और पहाड़ी क्षेत्र में स्थित था। खाई, ऊँचाई और विपरीत मौसम और अंधकार के कारण वहाँ तक पहुँचना बेहद कठिन था। ऐसे में स्वयं आगे बढ़कर घाटोड ने रात्रि काल में ही इस कठिन चुनौतीपूर्ण कार्य को सटीकता और उत्कृष्टता से पूरा किया।
ऊर्जा मंत्री की सराहना
ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने इस साहसिक कार्य की सराहना करते हुए कहा –
“प्रफुल्ल घाटोड जैसे कार्मिक पूरे प्रदेश के लिए प्रेरणास्रोत हैं। कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी वे ट्रांसमिशन व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने के लिए जिस प्रकार का साहस दिखाते हैं, वह वाकई काबिले-तारीफ है।”
ट्रांसको मुख्यालय जबलपुर में सम्मानित
उनके इस अद्भुत कार्य के लिए एमपी ट्रांसको के प्रबंध संचालक सुनील तिवारी ने जबलपुर में आयोजित समारोह में उन्हें सम्मानित किया।

उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल से एम्स भोपाल निदेशक की मुलाकात, स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार पर हुई चर्चा


भोपाल– मध्यप्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) माधवानन्द कर ने मंत्रालय में शिष्टाचार भेंट की।
बैठक में प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और पहुँच को सुदृढ़ बनाने के उपायों पर विस्तृत चर्चा हुई। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि एम्स जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों की विशेषज्ञता और संसाधनों का लाभ प्रदेश के दूरदराज़ इलाकों के मरीजों तक पहुँचना चाहिए।
प्रो. (डॉ.) माधवानन्द कर ने एम्स भोपाल में संचालित चिकित्सा सेवाओं, शोध कार्यों और स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी भी दी। राज्य शासन और एम्स भोपाल के बीच इस सहयोग से स्वास्थ्य सेवाओं को नई दिशा मिलने की उम्मीद जताई गई।

धार्मिक पर्वों को शांति एवं आपसी सद्भाव के साथ मनाएं, जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक में कलेक्टर श्री गुप्ता ने की अपील

खंडवा - आगामी दिनों में मनाए जाने वाले गणेशोत्सव और मिलाद-उन-नबी पर्वों को ध्यान में रखते हुए जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक कलेक्टर श्री ऋषव गुप्ता की अध्यक्षता में मंगलवार शाम को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में संपन्न हुई। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री मनोज कुमार राय, विधायक प्रतिनिधि श्री मुकेश तन्वे, पूर्व जिला भाजपा अध्यक्ष श्री सेवादास पटेल और श्री हरीश कोटवाले, श्री धर्मेंद्र बजाज, अपर कलेक्टर श्री अरविंद चौहान, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री महेन्द्र तारणेकर व श्री राजेश रघुवंशी, एसडीएम श्री बजरंग बहादुर सहित अन्य अधिकारी जनप्रतिनिधि और शांति समिति के सदस्यगण मौजूद थे। 
पीडब्ल्यूडी और नगर निगम आज रात में ही सड़कों के गड्ढे भरवाएं
 बैठक में कलेक्टर श्री गुप्ता ने सभी से अपील की कि गणेश उत्सव के लिए मिट्टी की मूर्तियां ही अपने घरों में स्थापित करें। उन्होंने गणेश उत्सव के दौरान लगाई जाने वाली झांकियों और पंडालों में अस्थाई विद्युत कनेक्शन विधिवत लिया जाए। उन्होंने कहा कि गणेश उत्सव के दौरान पंडालों और झांकियों के कारण यातायात बाधित ना हो, यह सुनिश्चित किया जाए। कलेक्टर श्री गुप्ता ने लोक निर्माण विभाग और नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि आज रात में ही शहर की सभी सड़कों पर गड्ढे भरने की कार्यवाही की जाए। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को गणेश प्रतिमा विसर्जन स्थल पर डॉक्टर सहित एंबुलेंस तैनात रखने के निर्देश भी दिए। कलेक्टर श्री गुप्ता ने सभी आयोजकों से पंडालों में डस्टबिन रखवाने और सीसीटीवी कैमरे लगवाने के लिए भी कहा।
अस्त्र-शस्त्रों के प्रदर्शन, डीजे तथा विवादास्पद नारों पर रहेगा प्रतिबंध
 बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री राय ने कहा कि चल समारोह और झांकियां निर्धारित समय पर निकल जाएं, यह सभी आयोजक सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि चल समारोहों में धारदार हथियारों व अस्त्र शस्त्रों के प्रदर्शन, विवादास्पद नारे लगाने और डीजे पर पूर्णतः प्रतिबंध है। सभी इस बात का ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि चल समारोह व जुलूस में शरारती तत्व शामिल ना हों, यह सभी आयोजक सुनिश्चित करें, अन्यथा संबंधित के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
विधायक प्रतिनिधि श्री तन्वे ने इस अवसर पर शहर के विभिन्न मार्गों पर बने अमानक स्तर के स्पीड ब्रेकर हटाकर निर्धारित मानक अनुसार स्पीड ब्रेकर बनवाने का अनुरोध किया। उन्होंने सभी झांकी आयोजकों से चल समारोह के दौरान निर्धारित समय पर झांकी निकालने और पांडालों में स्वयंसेवक तैनात करने के लिए भी कहा। 
क्यूआर कोड स्कैन कर पुलिस को दर्ज करा सकते हैं अपनी शिकायत
 पुलिस अधीक्षक श्री राय ने बैठक में बताया कि इस बार पुलिस प्रशासन ने क्यू. आर. कोड स्कैन कर पुलिस को अपनी शिकायत दर्ज कराने की सुविधा प्रारंभ करने का नवाचार किया है। उन्होंने बताया कि धार्मिक पर्वों के दौरान शहर के प्रमुख सार्वजनिक स्थलों पर क्यू. आर. कोड प्रदर्शित करने वाले बोर्ड लगाए जाएंगे। कोई भी व्यक्ति आपराधिक तत्वों के सम्बंध में शिकायत करना चाहता है, तो अपने मोबाइल से क्यू.आर. कोड स्कैन कर निर्धारित आवेदन के माध्यम से अपनी शिकायत निकटतम पुलिस थाने में दर्ज करा सकता है।

कोडिंग के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को किया प्रोत्साहित, कलेक्टर श्री गुप्ता ने मोबाईल स्टैंड, कीबोर्ड, माउस व यूएसबी हब वितरित किए

खंडवा - कोड योगी कार्यक्रम के अंतर्गत कोडिंग सीखने वाले विद्यार्थियों में से अच्छे लेवल तक पहुंचने वाले विद्यार्थियों को कलेक्टर श्री ऋषव गुप्ता और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत खंडवा डॉ. नागार्जुन बी. गौड़ा ने सम्मानित किया। उन्होंने मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित कार्यक्रम में विद्यार्थियों को ेंकी-बोर्ड, माउस, मोबाइल स्टैंड और यूएसबी हब पुरस्कार स्वरूप प्रदान किये और सभी को बधाई और शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी पी एस सोलंकी तथा हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूलों के प्राचार्य भी मौजूद थे। 
 कलेक्टर श्री गुप्ता ने इस अवसर पर कहा कि कोडिंग और एआई के क्षेत्र में भरपूर संभावनाएं हैं। विद्यार्थी चैट जीपीटी का अधिकतम उपयोग करें और इसके माध्यम से नए-नए प्रश्न पूछ कर अपना ज्ञान बढ़ायें। कलेक्टर श्री गुप्ता ने विद्यार्थियों से कहा कि अपने सीखने की जिज्ञासा को बनाए रखें और इस दिशा में आगे बढ़ते रहें। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि उनके बेहतर भविष्य के लिए जिला प्रशासन हर संभव मदद करेगा। कार्यक्रम में जिन विद्यार्थियों को की-बोर्ड, माउस, मोबाइल स्टैंड और यूएसबी हब पुरस्कार स्वरूप प्रदान किये उनमें रुबीना खान, देवेंद्र पटेल, श्रद्धा पाटीदार, पूनम, आंचल मौर्य, ओम पटेल, प्रत्युष, शेख, निशा, प्रिंस, तुलसी यादव, नरसिंह, पायल पटेल, रामकृष्ण, गोपाल सिंह कौरव, मनीष चंदेल, अंजलि लोवंशी, तुलसी यादव, अभिषेक, राजेश राठौर, तेजस्विनी, अंतिम, आसरा, शेख, साक्षी तिवारी, फातिमा फातिमा, योगिता पटेल, श्याम सरवर, मीत केलड़े, राज कुशवाहा, प्रिंस कश्यप, आयुष राठौर, सत्यम पंडित, प्रियल पटेल, अनुष्का सोलंकी, अनुष्का भालेराव शामिल हैं।

उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने रीवा संभाग में खाद उपलब्धता की समीक्षा की

भोपाल: मध्यप्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि किसानों को समय पर और पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध कराना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि रीवा संभाग सहित पूरे प्रदेश में खाद का वितरण पारदर्शी और सुव्यवस्थित तरीके से किया जाए, ताकि किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या न हो।
बैठक में हुए महत्वपूर्ण निर्णय
मंत्रालय भोपाल में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान उप मुख्यमंत्री ने रीवा संभाग में खाद उपलब्धता और वितरण की स्थिति पर विस्तृत चर्चा की। बैठक में कृषि विभाग के सचिव श्री निशांत वरवड़े भी मौजूद रहे।
मुख्य बिंदु
किसानों को समय पर और पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध कराना सर्वोच्च प्राथमिकता।
रीवा संभाग की खाद आपूर्ति और वितरण पर विशेष जोर।
पारदर्शी और सुव्यवस्थित वितरण की सख्त मॉनिटरिंग।
सरकार की प्रतिबद्धता- उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का उद्देश्य किसानों को बेहतर सुविधाएं देना है, ताकि खेती-किसानी में किसी प्रकार की परेशानी न आए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि खाद वितरण व्यवस्था की निरंतर समीक्षा की जाए।
उप मुख्यमंत्री की इस समीक्षा बैठक से साफ है कि मध्यप्रदेश सरकार किसानों की जरूरतों को लेकर गंभीर और संवेदनशील है तथा खाद वितरण में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

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